क्रिकेट की दुनिया में जब हम फिनिशर (Finisher) की बात करते हैं, तो दिमाग में सबसे पहले महेंद्र सिंह धोनी, जोसल बटलर या डेविड मिलर का नाम आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस भूमिका की नींव Michael Bevan ने 90 के दशक में ही रख दी थी?
उनकी बल्लेबाज़ी में न आक्रामकता का शोर था, न पावर का प्रदर्शन — लेकिन जो चीज़ थी, वो थी दबाव में भी शांति, रणनीति में तीव्रता और अंतिम ओवरों में जीत की भूख।
1 जनवरी 1996: जब सिडनी में हुआ चमत्कार
ऑस्ट्रेलिया vs वेस्टइंडीज – न्यू ईयर का जादू
ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया, लेकिन सिर्फ 74 रन पर 6 विकेट गिर चुके थे। स्कोरबोर्ड 173/8 दिखा रहा था, दर्शक मायूस थे।
लेकिन क्रीज़ पर थे माइकल बेवन। उन्होंने न हार मानी, न घबराहट दिखाई। उन्होंने आखिरी गेंद पर चौका लगाकर मैच जिताया।
🎯 “That wasn’t a shot… that was a message — cricket can be won by calmness, not just chaos.”
यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि ODI के खेलने के तरीके को बदलने वाला क्षण था।
World XI के लिए अद्भुत रन चेज़
एक अन्य ऐतिहासिक पारी तब आई जब Michael Bevan ने World XI टीम के लिए खेलते हुए एक लगभग असंभव लक्ष्य का पीछा किया।
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उन्होंने शुरुआत से ही स्कोर की गणना करते हुए बल्लेबाज़ी की।
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गेंदबाज़ों को थकाया, रन बनाए और पार्टनर को समझाया।
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आखिरी ओवर में चमत्कारी बाउंड्रीज़ लगाकर मैच को अपने नाम किया।
इस पारी को क्रिकेट पंडित आज भी “Clinical Masterclass” मानते हैं।
माइकल बेवन की रणनीति: दिमाग का बल्लेबाज़
🔹 Strike Rotation का मास्टर
बेवन कभी-कभी गेंद को मारने से ज़्यादा, उसे छोड़ना बेहतर समझते थे। वे रन की भूख से ज़्यादा, सही समय की प्रतीक्षा करते थे।
🔹 Tailenders के साथ साझेदारी का जादूगर
उन्होंने कई बार नंबर 9, 10, 11 के साथ मिलकर मैच जिताए। वे उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते, और रन चुराने की कला में माहिर थे।
🔹 Emotion Control
जब सामने टीम घबरा जाती, बेवन चुपचाप स्कोर बोर्ड से बात करते। उन्हें अपने स्कोर की चिंता नहीं थी, सिर्फ टीम की जीत की।
विरासत: बेवन से धोनी तक
माइकल बेवन का प्रभाव आज भी दिखता है:
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महेंद्र सिंह धोनी: मैच को आखिरी ओवर तक ले जाकर खत्म करने की कला।
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माइक हसी: शांत स्वभाव, परिस्थितियों को पढ़ने की क्षमता।
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मैक्सवेल व बटलर: आक्रामकता के साथ संयम का संतुलन।
“Michael Bevan didn’t play for the limelight. He played for the finish line.” – Steve Waugh
📺 YouTube Tribute: From Colombo With Swing
YouTube चैनल From Colombo With Swing ने एक संपूर्ण वीडियो समर्पित किया है बेवन की दो महान पारियों पर। इस डॉक्यूमेंट्री में:
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उनके करियर के अहम मोड़
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1996 का चमत्कार
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World XI की विस्मयकारी पारी
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फिनिशर के रूप में उनकी मानसिकता
Michael Bevan ने हमें सिखाया कि:
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हर पारी सिर्फ रन से नहीं, सोच से भी जीती जाती है।
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शांत रहकर बड़े-बड़े तूफान रोके जा सकते हैं।
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और सबसे ज़रूरी — जीतने का असली तरीका होता है, टीम को आखिरी गेंद तक लेकर जाना।