जैसे ही बादलों की पहली गड़गड़ाहट सुनाई देती है और मिट्टी से सोंधी खुशबू आने लगती है, मन कह उठता है — सावन आ गया! और सावन मतलब सिर्फ बारिश नहीं, बल्कि भोलेनाथ के भक्तों के लिए ये महीना है श्रद्धा, भक्ति और साधना का।
इस साल सावन 2025 की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और खत्म होगा 9 अगस्त को (उत्तर भारत में पूर्णिमांत पंचांग अनुसार)।
वहीं दक्षिण भारत में, सावन 25 जुलाई से 23 अगस्त तक चलेगा (अमांत पंचांग अनुसार)।
तो अगर आप भगवान शिव के भक्त हैं या सोमवार व्रत रखने का सोच रहे हैं, तो ये पोस्ट पूरी पढ़िए — इसमें है पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, व्रत की तारीखें और वो सब कुछ जो आपके लिए जानना जरूरी है।
सावन सोमवार 2025 की तारीखें (उत्तर भारत)
सोमवार | तारीख |
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पहला | 14 जुलाई 2025 |
दूसरा | 21 जुलाई 2025 |
तीसरा | 28 जुलाई 2025 |
चौथा | 4 अगस्त 2025 |
हर सोमवार को शिवजी का व्रत रखना, जलाभिषेक करना और “ॐ नमः शिवाय” का जाप करना आपके जीवन में धैर्य, शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
सावन शिवरात्रि 2025 कब है?
इस साल सावन शिवरात्रि पड़ेगी 23 जुलाई 2025 को, जो इस महीने का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है।
मुख्य पूजन मुहूर्त (निशीथ काल):
रात 12:07 AM से 12:48 AM तक।
इस दिन रात्रि जागरण, महामृत्युंजय जाप, और दूध, दही, शहद से शिवलिंग अभिषेक विशेष फलदायी माने जाते हैं।
कैसे करें जलाभिषेक और शिव पूजन?
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सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
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साफ वस्त्र पहनकर शिव मंदिर जाएं या घर में शिवलिंग की स्थापना करें।
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जल, दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।
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बेलपत्र, सफेद फूल और भस्म अर्पित करें।
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“ॐ नमः शिवाय” या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
कहते हैं सावन में देवों के देव महादेव खुद धरती पर विचरण करते हैं। यह महीना मन की शुद्धि, क्रोध पर नियंत्रण और साधना का समय है।
अगर आप जीवन में भटक रहे हैं, तो एक सावन शिवरात्रि पूरे वर्ष के भाग्य को बदल सकती है।