Highlights
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शुभमन गिल ने एजबेस्टन में दोहरा शतक + शतक लगाकर रचा इतिहास
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भारत ने इंग्लैंड को 58 साल बाद उसी की ज़मीन पर हराया
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मोहम्मद सिराज और आकाशदीप की धारदार गेंदबाज़ी
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रवींद्र जडेजा और ऋषभ पंत का अहम योगदान
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भारत ने एक टेस्ट में 600+ का स्कोर बनाकर दबदबा बनाया
एक ऐतिहासिक जीत जिसे ना टीम इंडिया भूलेगी, ना क्रिकेट प्रेमी। 58 सालों के सूखे को खत्म करते हुए भारत ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को धूल चटा दी। और इस ऐतिहासिक जीत के सूत्रधार बने कप्तान शुभमन गिल, जिनकी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों ने क्रिकेट के मैदान में एक नई दास्तां लिख दी।
महाभारत में अर्जुन बना गिल, अंग्रेजों को घेरा चक्रव्यूह में
इस जीत को महज़ एक टेस्ट जीत कहना ग़लत होगा। ये वो युद्ध था, जिसमें गिल ने अर्जुन की भूमिका निभाई और अपने पांच योद्धाओं—सिराज, आकाशदीप, पंत, जडेजा और खुद को मिलाकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि इंग्लिश टीम उसमें फँसकर रह गई।
शुभमन गिल – कप्तान भी, धाकड़ बल्लेबाज भी
गिल का प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि इसे शब्दों में पिरोना भी मुश्किल है।
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पहली पारी में नाबाद 269 रन – जिसने गावस्कर का 1979 का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
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दूसरी पारी में 161 रन (162 गेंदों पर) – हालात के हिसाब से गियर बदलकर खेली गई पारी।
रिकॉर्ड्स की झड़ी:
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एक टेस्ट में 430 रन
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दोहरा शतक + शतक
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सबसे तेज़ भारतीय कप्तान द्वारा सबसे ज़्यादा छक्के
टेस्ट इतिहास में ऐसा कारनामा सिर्फ गिने-चुने बल्लेबाज़ों ने किया है। ये प्रदर्शन सिर्फ पर्सनल फॉर्म नहीं, बल्कि टीम को 600+ का लक्ष्य दिलाने का आत्मविश्वास भी था।
सिराज की सुनामी – 6 विकेट से उड़ा दिए इंग्लिश उम्मीदें
मोहम्मद सिराज ने पहली पारी में 6 विकेट चटकाकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी।
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6/70 की घातक गेंदबाज़ी
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दोनों तरफ सीम मूवमेंट
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इंग्लैंड की टॉप ऑर्डर को किया तहस-नहस
मैच से पहले कहा था – “इस बार बड़ा किरदार निभाऊंगा,” और उन्होंने बिल्कुल वैसा ही किया।
आकाशदीप – एजबेस्टन में बजाया इंग्लैंड का बैंड
डेब्यू टेस्ट में ही आकाशदीप ने अपनी आक्रामक गेंदबाज़ी से सभी को चौंका दिया।
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पहली पारी में 4 विकेट
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बेन डकेट को दोनों पारियों में शानदार रणनीति से आउट किया
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इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को अंदर-बाहर मूवमेंट से पूरी तरह घुमा दिया
पंत का पावर शो – हर पारी में धमाका
ऋषभ पंत, भारत के उपकप्तान ने फिर साबित कर दिया कि वो गेमचेंजर क्यों हैं।
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पहली पारी में 65 गेंदों में 65 रन, 3 छक्कों के साथ
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दूसरी पारी में भी अर्धशतक और विकेटकीपिंग में ज़बरदस्त ऊर्जा
उनकी मौजूदगी ने मिडिल ऑर्डर को मजबूती दी और रफ्तार बनाए रखी।
रवींद्र जडेजा – शांति भी, शक्ति भी
जड्डू का योगदान दोनों पारियों में संतुलन लेकर आया:
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208 रनों की साझेदारी गिल के साथ (जडेजा – 89 रन)
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दूसरी पारी में 69 रन*
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गेंदबाज़ी में भी बनाए दबाव और रन रोकने का काम बखूबी निभाया
उनकी क्रिकेट की समझ ने भारत की लीड को बुलेटप्रूफ बना दिया।
टीम इंडिया – एकजुटता से इतिहास रचा
इस जीत में न कोई सुपरस्टार था, न कोई भाग्य का खेल। ये था मेहनत, रणनीति और टीमवर्क का नतीजा।
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गिल की कप्तानी ने जो आत्मविश्वास दिखाया,
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पेस अटैक की सटीकता और घातक रणनीति,
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मिडल ऑर्डर का कंट्रोल – सबने मिलकर इतिहास रच डाला।
एजबेस्टन – अब भारत की ज़मीन
58 साल पहले जो अधूरा था, वो आज पूरा हुआ। एजबेस्टन की पिच अब सिर्फ एक मैदान नहीं, भारतीय क्रिकेट का नया गौरव स्थल है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
शुभमन गिल ने एजबेस्टन टेस्ट में कितने रन बनाए?
उत्तर: गिल ने पहली पारी में 269* और दूसरी पारी में 161 रन बनाए। कुल 430 रन।
भारत ने एजबेस्टन टेस्ट कब जीता?
उत्तर: भारत ने इंग्लैंड को एजबेस्टन टेस्ट 2025 में हराया, जो 58 साल बाद पहली जीत थी।
सबसे ज्यादा विकेट किस गेंदबाज़ ने लिए?
उत्तर: मोहम्मद सिराज ने पहली पारी में 6 विकेट लिए।