बच्चों को प्रेरित कराती इन 6 फिल्मों को एक बार ज़रूर देखे

Six best motivational movies
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बच्चों को प्रेरित कराती इन 6 फिल्मों को एक बार ज़रूर देखे (Six best motivational movies)

हिंदी सिनेमा में कई ऐसी प्रेरणादायक फिल्में हैं जो हर एक बच्चे को अपने जीवन में कम से कम एक बार देखनी चाहिए। छोटे बच्चे सामाजिक जगहों से बाहर होते हैं और वे जो कुछ भी देखते हैं, उसे अपने दिल में बैठा लेते हैं। इसलिए, उन्हें बचपन से ही उत्साहवर्धन के लिए मोटिवेशनल फिल्में दिखाना चाहिए। बॉलीवुड में कुछ ऐसी चर्चित फिल्में हैं जिन्हें आप अपने बच्चों को दिखा सकते हैं। आइए, जानते हैं इन फिल्मों के बारे में…

12th फेल (12th Fail)

“12th Fail” एक ऐसी फिल्म है जिसे आपने अब तक अपने बच्चों को नहीं देखा है तो आपको इसे एक बार ज़रूर उन्हें दिखाना चाहिए। इस फिल्म में, आईपीएस मनोज शर्मा की वास्तविक जीवन कहानी को काफी खास तरीके से प्रस्तुत किया गया है। यह दिखाती है कि कैसे एक बच्चा, जो छोटे से गांव से होने के बावजूद 12वीं में खुद से पास होता है और फिर आईपीएस की तैयारी करता है। इस फिल्म से स्पष्ट होता है कि मेहनत करने से कोई भी मुश्किल नहीं है।

भाग मिल्खा भाग (Bhaag Milkha Bhaag)

“भाग मिल्खा भाग” ने दिखाया है कि कैसे एक गांव का छोटा बच्चा अपनी सभी संघर्षों को पीछे छोड़कर अपने जीवन में सफलता प्राप्त करता है। यह फिल्म मिल्खा सिंह की वास्तविक जीवन कहानी पर आधारित है। इस फिल्म के माध्यम से आपके बच्चे बहुत कुछ सीख सकते हैं।

3 इडियट्स (3 Idiots)

3 इडियट्स काफी पुरानी फिल्म है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे बच्चों को अपने रूचि के अनुसार आगे बढ़ने का निर्णय नहीं दिया जाता है। जिसके कारण उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता है। ऐसे में अगर आप सच्चे दिल से मेहनत करों और अपने रूची को ही अपना करियर चुनों तो आप काफी आगे जा सकते हैं।

इकबाल (Iqbal)

“इकबाल” एक छोटे से गांव के लड़के की है, जो बोल नहीं सकता है, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े हैं। वह भारतीय क्रिकेट टीम के साथ क्रिकेट खेलने का सपना देखता है और इस सपने को पूरा करता है। इस यात्रा में, उसके साथ उसके खुद के परिवार के लोगों ने भी साथ नहीं दिया है, लेकिन वह अपने सपनों की पूर्ति के लिए संघर्ष करता है।

दंगल (Dangal)

“दंगल” फिल्म में स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि कोई भी लड़की किसी लड़के से कम नहीं होती। यदि उसकी ठान ली जाए, तो वह किसी भी क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्यों का सामना कर सकती है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक पिता अपनी बेटी को कुश्ती सिखाकर उसे नेशनल लेवल का प्लेयर बना देता है।

निल बट्टे सन्नाटा

फिल्म में, स्वरा भास्कर ने चंदा सहाय नामक एक हाई-स्कूल ड्रॉपआउट घरेलू नौकरानी की भूमिका निभाई है, जो अपेक्षा (रिया शुक्ला द्वारा अभिनीत) नामक एक सुस्त युवा लड़की की एकल माँ थी। फिल्म एक सामाजिक प्रतिष्ठा के निरपेक्ष किसी व्यक्ति के सपने देखने और अपने जीवन को बदलने के अधिकार पर आधारित है।

Image Credit – freepik

 

 

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