अलविदा कू(Koo)! देशी ट्विटर का सफर कैसे खत्म हुआ
याद है कू ऐप? वो भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिसे “देसी ट्विटर” कहा जाता था? कुछ समय पहले तक, बड़े शान से लॉन्च हुआ ये प्लेटफॉर्म देश के बड़े मंत्रियों और हस्तियों को भी अपनी तरफ खींचने में कामयाब रहा था। लेकिन हाल ही में आई एक खबर ने सबको चौंका दिया – कू अब बंद हो रहा है! आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों हुआ?
भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo के बंद होने की खबर के बाद से कई सवाल उठ रहे थे। आखिरकार, Koo के संस्थापकों अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने सामने आकर इस बात की पुष्टि कर दी है।
उन्होंने बताया कि साझेदारी वार्ता विफल होने और हाई टेक्नॉलजी सर्विस के लिए बढ़ती लागत के कारण Koo को बंद करने का कठिन फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि अप्रैल 2023 में ही Koo ने कर्मचारियों की बड़ी संख्या को नौकरी से निकाल दिया था। इसके बाद अब कंपनी ने पूरी तरह से बंद होने का फैसला कर लिया है।
कू का सफरनामा (The Journey of Koo)
2020 में लॉन्च हुआ कू, भारतीय यूजर्स को एक घरेलू सोशल मीडिया विकल्प देने का दावा करता था। इसमें ट्विटर जैसी ही फीचर्स थीं, जहाँ यूजर्स 400 कैरेक्टर तक की पोस्ट लिख सकते थे। शुरुआत में, इसने खासा सुर्खियां बटोरीं। कई बड़ी हस्तियों और सरकारी अधिकारियों ने भी कू ऐप को ज्वाइन किया।
बंद होने के कारण (Reasons for Shutdown)
लेकिन, कू की रफ्तार धीरे-धीरे कम होने लगी। बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से मुकाबला करना कू के लिए मुश्किल होता गया। यूजर्स की संख्या में कमी और फंडिंग जुटाने में नाकामयाबी को वजह बताया जा रहा है। कंपनी के सह-संस्थापकों ने “कड़े फैसलों” के बाद कू को बंद करने का फैसला किया।
क्या सीखने को मिला (The Takeaway)
कू(KOO) का बंद होना भारतीय सोशल मीडिया स्पेस के लिए एक सबक है। यह बताता है कि घरेलू विकल्प लाना ही काफी नहीं है। यूजर्स को आकर्षित करने के लिए मजबूत फीचर्स, लगातार अपडेट्स और व्यापक यूजर बेस की जरूरत होती है।